मिशन 2022: शिवपाल सिंह यादव से मिले असदुद्दीन ओवैसी, गठबंधन पर मंथन

AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी PSPL अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मिलने पहुंचे। शिवपाल सिंह यादव के आवास पर दोनों नेताओं की बैठक हुई।

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लखनऊ। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच प्रदेश के सियासी हालात पर करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। ऐसी चर्चा है कि असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा में शिवपाल को भी लाना चाहते हैं। इसी कवायद को लेकर ओवैसी की शिवपाल यादव से इससे पहले भी मुलाकात हो चुकी है।

इस मुलाकात के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव बड़े नेता हैं, उनसे सियासी मुद्दों पर लगातार चर्चा होती रहती है। शिवपाल की पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर ओवैसी ने पहले कुछ देर चुप रहे फिर कहा अभी इस पर कोई बातचीत नहीं हुई है। भागीदारी संकल्प मोर्चा में पहले से शामिल भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर भी कुछ दिनों पहले ही शिवपाल यादव से लखनऊ में मुलाकात कर चुके हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि मंगलवार ओवैसी व शिवपाल की इस मुलाकात में गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है। हालांकि शिवपाल यादव ने इससे इनकार किया है।

इससे पहले ओवैसी व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की भी लखनऊ के एक होटल में मुलाकात हुई। दोनों नेताओं की काफी देर तक गठबंधन पर बात हुई। बैठक में तय हुआ कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल सभी दल अपनी-अपनी दावेदारी वाली सीटों के नाम दे दें। इसके बाद अगली बैठक में सीटों के बंटवारे पर मंथन होने की उम्मीद है।

भाजपा सरकार में एक सांसद का घर भी सुरक्षित नहीं

दिल्ली में अपने घर के बाहर हुई तोड़फोड़ की घटना पर एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि एक सांसद का घर भी भाजपा सरकार में सुरक्षित नहीं है। इस तोड़फोड़ की घटना के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, “एक सांसद का घर भी सेफ नहीं है। यही रेडिक्लाइजेशन है. लोग रेडिक्लाइज हो चुके हैं. ये जिम्मेदारी बीजेपी सरकार पर आती है.” दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी के 34 अशोका रोड स्थित बंगले पर मंगलवार शाम अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ की. हमलावरों ने बंगले के बाहर लगी नेम प्लेट, लैंप और खिड़की का शीशा तोड़ दिया। जिस समय यह हमला हुआ उस ओवैसी बंगले में मौजूद नहीं थे। बंगले की केयरटेकर ने बताया कि हमलावरों की संख्या 7 से 8 थी। वह नारेबाजी कर रहे थे और घर के अंदर ईंट फेंक रहे थे।

यूपी चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी पर सबकी नजरें

अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी पर सबकी नजरे हैं। उनका कहना है कि वह मुसलमानों का वोट काटने के लिए नहीं बल्कि उन्हें सियासत में हिस्सेदारी दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर रहे हैं। ओवैसी पर बीजेपी की ‘बी टीम’ और मुसलमानों के वोट काटने का आरोप लगता रहा है। इस सवाल के जवाब में वो कहते हैं कि मुसलमान किसी राजनीतिक दल के बंधुआ या कैदी नहीं हैं। एआईएमआईएम अध्यक्ष ये कह चुके हैं कि सरकारी नौकरियों में मुसलमानों की भागीदारी का सबसे कम प्रतिशत उत्तर प्रदेश में ही है। यहां सिर्फ दो प्रतिशत मुस्लिम ही ग्रेजुएशन तक पहुंच पाते हैं। इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

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