लखनऊ: पेपर कप मशीन बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी, आरोपी सगे भाई गिरफ्तार

साइबर क्राइम सेल और नाका पुलिस की संयुक्त टीम ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है।

0 0

लखनऊ। पेपर कप मशीन बेचने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला उजागर हुआ है। साइबर क्राइम सेल और नाका पुलिस की टीम ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपित ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर लोगों को झांसे में लेकर उनसे मोटी रकम हड़प लेते थे। इंस्पेक्टर नाका सुजीत कुमार दुबे के मुताबिक गिरोह ने ऑनलाइन वेबसाइट बनाई थी, जिस पर लोगों को सामान दिखाकर उनसे फोन के जरिए संपर्क करते थे और पेपर कप तथा पेपर प्लेट मशीन दिलाने के नाम पर एडवांस में रुपये लेते थे। जुलाई माह में गिरोह के खिलाफ 89 हजार रुपये हड़पने की एफआइआर दर्ज की गई थी। आरोपितों ने ग्रेटर नोएडा में ओम साईं इंडस्ट्रीज के नाम से कंपनी बना रखी थी। 

पुलिस टीम ने नोएडा में छापेमारी की तो आरोपितों का दफ्तर बंद मिला। यही नहीं गिरोह के सभी आरोपित मोबाइल नंबर बंद कर फरार हो गए थे। इसके बाद साइबर क्राइम सेल से नाका पुलिस ने मदद मांगी। पुलिस की संयुक्त टीम ने सगे भाइयों ग्राम बैर थाना कुमहैर भरतपुर राजस्थान निवासी संदीप कुमार धाकड़ और वीरेंद्र धाकड़ को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पहले वह फाइनेंस पर मशीन दिलवाने की बात करते थे। इसके बाद लोगों से किश्त के नाम पर रुपये जमा कराते थे। फिर मशीन को पहुँचाने के नाम पर किराया भी वसूलते थे। अगर कोई व्यक्ति रुपये वापस करने का दबाव बनाता था तो उसे कुछ रकम लौटा देते थे ताकि वह पुलिस में शिकायत न करे।

>> आरोपियों ने इन लोगों से की थी ठगी  

आरोपितों ने नोएडा निवासी देवेंद्र शर्मा से पांच लाख, भीम सिंह से साढ़े चार लाख, राहुल से दो लाख, फरीदाबाद निवासी ओम प्रकाश से तीन लाख, संजय कुशवाहा से ढाई लाख, मेरठ निवासी अमित कुमार से दो लाख और अंकुर से तीन लाख रुपये हड़पे हैं। इसके अलावा राजधानी समेत अन्य जिलों के पीड़ितों से भी धोखाधड़ी की गई है। गिरोह को पकड़ने वाली टीम में शामिल फिरोज व शरीफ ने बताया कि आरोपितों ने देश भर में ठगी का जाल बिछाया है। गिरोह के अन्य लोगों की तलाश जारी है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.