लखनऊ

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लखनऊ। गोमती किनारे कुड़ियाघाट परिसर को आस्था का केंद्र मानकर लोग पूजा पाठ का कार्यक्रम करवाने आते है। मुंडन संस्कार और पूजन स्थान के अलावा यहां बकायदा दसवां घर भी स्थापित है। सौन्दर्यकरण के बाद अब नगर निगम इन दिनों गोमती की साफ- सफ़ाई करवा रहा है। पवित्र कार्यस्थली होने के बावजूद अवैध रूप से बेधड़क सेक्स रैकेट का खुलेआम संचालन किया जा रहा है। आस्था के प्रतीक गोमती के तट को धूमिल करते हुए इस तरह के गैर कानूनी ग़लत धंधो का संचालन होना क्षेत्रीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहा है।

नाम न छापने की शर्त पर एक बुजुर्ग ने कैंटीन की आड़ में सेक्स रैकेट संचालन से जुड़ी कई अहम जानकारी दी। आरोप के मुताबिक पशुपति नाथ तिवारी उर्फ़ बब्लू कुड़ियाघाट परिसर में बनी कैंटीन को करीब पिछले डेढ़ दशक से संचालित कर रहा है। आरोप है कि पशुपति नाथ तिवारी उर्फ़ बब्लू कैंटीन की आड़ लेकर एक बड़े सेक्स रैकेट का संचालन कर रहा है। बुजुर्ग ने बताया कि सैकड़ो की संख्या में युवती की फ़ोटो बकायदा ग्राहक के सामने रखी जाती है। मनमुताबिक पसंद आने पर ग्राहक के सामने युवती को कुछ मिनट बाद उपलब्ध करवा दिया जाता है। रुपयों का तय तोड़ फाइनल होने के बाद कैंटीन के अंदर स्टोर रूम में जिस्म फ़रोशी के धंधे को बल मिल जाता है। हालांकि यह सब दसवां घर के ठीक बगल में घटित होता है।

दबोचा गया संचालक लेकिन रसूख़ काम आया

बुजुर्ग ने दबी ज़ुबान क्षेत्रीय पुलिस के संरक्षण की परतें उधेड़ना शुरू कर दिया। आरोप के मुताबिक कई बार कैंटीन में पुलिस की छापेमारी हुई औऱ बकायदा संचालक हिरासत में लिया गया। रसूख के चलते कार्रवाई तो दूर की बात वह आसानी से बाहर आ गया। कैंटीन की आड़ में सेक्स रैकेट का संचालन बिना रोक टोक बेखौफ ढंग से संचालित किया जा रहा है।

पीएसी का अस्थायी कैंप और कोई सख़्ती नही

कुड़ियाघाट परिसर में दसवां घर के ठीक बगल में कैंटीन की आड़ में सेक्स रैकेट का संचालन किया जा रहा है। कैंटीन के ठीक बगल में पीएसी का अस्थायी कैंप क़रीब पिछले दो दशक से है। सेक्स रैकेट का लाभ उठाने यहां कई अपराधी भी रोज़ाना आते है। बावजूद यहां क्षेत्रीय पुलिस की सख़्ती देखने को नही मिलती है।

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