सी.बी.आई.व ई.डी.से जाॅच की गुहार

भ्रष्ट सूचना निदेशक उ.प्र. शिशिर सिंह का भ्रष्टाचार * भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष (किसान मोर्चा) व वरिष्ठ नेता विवेक कुमार श्रीवास्तव ने गृह मंत्री अमित शाह से सी.बी.आई. व ई.डी.से भ्रष्ट निदेशक की आय से अधिक सम्पत्ति व बेनामी अरबों रूपये की सम्पत्ति की जाॅच की मांग की है। * पत्रकारों के कल्याण हेतु ही भ्रष्ट निदेशक, शिशिर सिंह व भ्रष्ट सूचना कर्मियों के क्रिया-कलापों को उजागर करना ही प्रमुख उद्देश्य।

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कंचन उजाला समाचार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशालय में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि भ्रष्ट सूचना निदेशक शिशिर सिंह और उसके भ्रष्टाचारी सूचना कर्मी परशुराम मौर्य, प्रमोद कुमार, राजीव सिंह, संदीप ओझा भ्रष्टाचार के आकंठ में लिप्त है, भ्रष्ट सूचना निदेशक के क्रिया-कलापों की जाॅच हेतु कंचन उजाला समाचार पत्र द्वारा भारत की सी.बी.आई. व प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों को पत्र भेजकर भी भ्रष्ट निदेशक के भ्रष्टाचार के जाॅच की गुहार लगाई गई है और यशस्वी प्रधानमंत्री को भी दैनिक कंचन उजाला समाचार पत्र और मासिक पत्रिका लखनऊ की मूल प्रतियाॅ भी उपलब्ध करायी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अविलम्ब ऐसे भ्रष्ट सूचना निदेशक, शिशिर सिंह को निलम्बित कर जाॅच का आदेश देना चाहिए, क्योंकि यह खुलेआम योगी की जीरों टाॅलरेंस नीति को ठेंगा दिखा रहा है और सूचना विभाग के करोड़ों के बजट को लूट रहा है। सी.बी.आई. व ई.डी. की जाॅच में इसकी आय से अधिक सम्पत्ति की जाॅच व इसके परिजनों के नाम से खरीदी गई अरबों रूपये की बेनामी तथा अवैध सम्पत्ति का निश्चित रूप से खुलासा होगा। दैनिक कंचन उजाला समाचार पत्र द्वारा पूर्व में इस भ्रष्ट निदेशक के खिलाफ समाचार छापने पर कुछ समाचार पत्रों द्वारा भ्रष्ट निदेशक के पक्ष में समाचार छापे गये, जबकि कंचन उजाला समाचार पत्र का कोई भी अधिकृत प्रतिनिधि विगत कई माह से निदेशालय गया ही नहीं है तो विज्ञापन की मांग का आरोप लगाना ही औचित्यहीन है। उन समाचार पत्रों द्वारा भ्रष्ट सूचना निदेशक शिशिर सिंह के पक्ष में समाचार प्रकाशित कर विज्ञापन प्राप्त करने का खेल किया जा रहा है।
जबकि विदित हो कि दैनिक कंचन उजाला समाचार पत्र द्वारा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ विगत कई वर्षो से निर्बाध गति से समाचार प्रकाशित किये जाते रहे है। योगी आदित्यनाथ की उ.प्र. सरकार की आसरा योजना (गरीबों को फ्री आवास) जिसमें पात्र व्यक्ति की आय वार्षिक 72,000/- से कम हो उसे ही फ्री आवास आवंटित किये जाते है। इसकी 09 जून, 2022 को नगर निगम में हुई थी लाॅटरी, जिसमें पात्र 1059 में से 600 लोगों की लाॅटरी निकाली गई थी और डी.एम., लखनऊ सूर्यपाल गंगवार द्वारा जाॅच के आदेश दिये गये और उस समय के तत्कालीन जिला परियोजना अधिकारी (डूडा) सुधीर कुमार सिंह द्वारा जाॅच में 600 में से 198 आसरा आवास के अभ्यर्थी अपात्र मिलें। दैनिक कंचल उजाला के समाचार का यह असर रहा कि पात्र लोगों को भी दो लोगों के शपथ-पत्र और उनके आधार कार्ड द्वारा ही आसरा आवास के आवंटन जारी हुये। इसके अतिरिक्त पूर्व में प्रधानमंत्री महोदय की कई योजनाओं में हो रहे घोटाले को उजागर करने पर उन योजनाओं पर भी विराम लग चुका है। अतः ऐसे समाचार पत्रों को भ्रष्ट निदेशक की नजरों में सिर्फ विज्ञापन प्राप्त करने के लिए ऐसे तथ्यहीन समाचारों से बचना चाहिए क्योंकि पत्रकार सच को उजाकर करते है। भ्रष्ट निदेशक के भ्रष्टाचारी क्रिया-कलापों को उजागर करने का एक मात्र उद्देश्य पत्रकारों के कल्याण के लिए ही है।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष (किसान मोर्चा) व वरिष्ठ नेता भाजपा विवेक कुमार श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग किया है कि भ्रष्ट सूचना निदेशक शिशिर सिंह और उसके सहयोगियों को तत्काल निलम्बित कर सूचना निदेशालय में वर्षो से हो रहे करोड़ो के घोटाले व भ्रष्टाचार की जाॅच ईमानदार प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के नेतृत्व में कमेटी का गठन कर कराना चाहिए, जिसमें अरबों रूपये का भ्रष्टाचार उजागर होगा।
विवेक कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह को संज्ञान लेते हुये ऐसे भ्रष्ट सूचना निदेशक शिशिर सिंह के अरबों रूपये के घोटाले की जाॅच सी.बी.आई. और ई.डी.से कराना चाहिए। तभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भ्रष्टाचार के प्रति जीरों टाॅलरेंस की नीति प्रभावी ढ़ग से कारगर होगी।

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