आज़ादी का अमृत महोत्सव: सीएम योगी ने SSB की साइकिल रैली को लखनऊ में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
देश की आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत तेजपुर से दिल्ली से राजघाट जा रही सशस्त्र सीमा बल एसएसबी की साइकिल यात्रा को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर उन्होंने एसएसबी जवानों को संबोधित भी किया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत लखनऊ में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई। यह रैली भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में एसएसबी द्वारा आयोजित 10 साइकिल रैलियों का हिस्सा है। रैलियां सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों से शुरू की जाएंगी और 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी के राजघाट पर समाप्त होंगी। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एसएसबी सीमा की रक्षा करने के साथ-साथ पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है। सीएम योगी कहा कि मैंने 2001 से भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी के कामकाज को देखा है।
हम इस वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे
एसएसबी ने भारत और नेपाल के बीच पौराणिक और ऐतिहासिक संबंधों में कभी भी दरार नहीं आने दी बल्कि इसे मजबूत करने में एक बड़ी भूमिका निभाई। एसबीबी ने स्थानीय नागरिकों के साथ अच्छे संबंध भी बनाए हैं। भारत और नेपाल के संबंध लगातार सुधर रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि असम के तेजपुर से साइकिल यात्रा लखनऊ आ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसएसबी अपनी सेवाओं के लिए जाना जाता है और यह वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में योगदान देने वालों को याद कर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
2 अक्टूबर को राजघाट में संपन्न होगी यात्रा
सीएम ने कहा आज की पीढ़ी को आजादी की कीमत से अवगत कराने का अवसर हम सबके सामने है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि तेजपुर से 2,384 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह यात्रा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को राजघाट, नई दिल्ली में संपन्न होगी और प्रधानमंत्री के संकल्प एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का विजन को पूरा करेगी। असम में फ्रंटियर मुख्यालय तेजपुर, पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी, बिहार में पटना, उत्तर प्रदेश में लखनऊ, उत्तराखंड में रानीखेत, राजस्थान में आरटीसी अलवर, एसएसबी अकादमी भोपाल, प्रशिक्षण केंद्र ग्वालदम, उत्तराखंड और सीटीसी सपरी, हिमाचल प्रदेश के प्रतिभागी भी भाग लेंगे।
SSB ने एक दक्ष फोर्स के रूप में बनाई अपनी पहचान
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लगभग 600 किलोमीटर की सीमा नेपाल से जुड़ी हुई है। एसएसबी ने एक दक्ष फोर्स के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि परम्परागत व पेशेवर इंटेलीजेंस तो महत्वपूर्ण होती ही है, लेकिन ह्यूमन इंटेलीजेंस का अपना अलग महत्व है। क्योंकि आम नागरिक स्थानीय स्तर पर सटीक व सही जानकारी रखता है, जो आन्तरिक व वाह्य सीमा सुरक्षा के लिए अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह वर्ष देश के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पन्द्रह अगस्त, 2021 को देश ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रवेश किया है। आजादी की कीमत क्या होती है, यह वर्तमान पीढ़ी को बताने की आवश्यकता है। उन्होंने देश की आजादी में अपना बलिदान देने वाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और भारत माता के अमर सपूतों के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके त्याग और बलिदान से हम सभी को प्रेरणा प्राप्त होती है।
2,384 किलोमीटर की दूरी तय करेगी यह साइकिल रैली
गौरतलब है कि यह साइकिल रैली सीमान्त मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल तेजपुर (असम) से राजघाट, नई दिल्ली तक लगभग 2,384 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। रैली के सभी प्रतिभागी अग्रिम पथ पर चलते हुए सीमान्त मुख्यालय सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल राज्य के जयगांव, राजवाड़ी (कूच बिहार), बिहार के पटना स्थित गोलघर, शहीद स्मारक, गांधी संग्रहालय,चरखा पाकर् (मोतिहारी) से होते हुए उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में 15 सितम्बर को पहुंचे थे। यह साइकिल रैली महराजगंज से बस्ती, अयोध्या, बाराबंकी, उन्नाव, माती अकबरपुर, औरैया, इटावा, शिकोहाबाद, टूंडला, मथुरा, कोसी कलां, फरीदाबाद, घिटोरनी होते हुए दो अक्टूबर गांधी जयन्ती के अवसर पर राजघाट पहुंचेगी।