भदेवां में पशु क्रूरता: फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग को रॉड से पीटने वाला आरोपी गिरफ़्तार

गंभीर रूप से घायल स्ट्रीट डॉग की मदद को आगे आई एनिमल एक्टिविस्ट कामना पांडेय

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लखनऊ। बेज़ुबान स्ट्रीट डॉग को रोटी का टुकड़ा खिलाना तो दूर उसे बेरहमी से घर में बंदकर रॉड से पीटा गया। पिटाई के दौरान इंसानियत को शर्मिन्दा करती सिसकती हुई उसकी चीखें सुनकर भी आरोपी का कलेजा ज़रा भी नही पसीजा। शुक्रवार की देर रात फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग को रॉड से बुरी तरह से पीटने का मामला बाज़ार खाला थानाक्षेत्र के भदेवां में देखने को मिला। स्थानीय निवासियों के मुताबिक भदेवां स्थित एक मकान के प्लाट में शाही किचन नाम से एक बावर्ची खाना है। भूख़ से व्याकुल एक फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग शुक्रवार रात दरवाज़ा खुला पाकर खाने की तलाश में अंदर दाख़िल हो गई। बेज़ुबान की महज़ इतनी गलती की सज़ा उसे तालिबानी अंदाज में दी गई। आरोपी ने दरवाज़ा बंद कर रॉड के सहारे बेज़ुबान स्ट्रीट डॉग को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। बेरहम आरोपी रॉड से बेज़ुबान पर ताबड़तोड़ वॉर करता रहा जिससे स्ट्रीट डॉग की रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बेसुध हो गई। आरोपी की करतूत की भनक जब स्थानीय लोगों को लगी तो भदेवां बीट प्रभारी को घटना की जानकारी दी गई। पशु क्रूरता की सूचना पर बिना देरी किये मौक़े पर पहुंचें बाज़ार खाला थाने के एसआई प्रह्लाद सिंह ने आरोपी को धर दबोचा। पुलिस के मुताबिक पशु क्रूरता की घटना में स्थानीय निवासियों की सूचना पर भदेवां से मोहम्मद ताज नामक आरोपी को गिरफ़्तार किया गया।

घायल का प्राथमिक उपचार किया

आरोपी द्वारा रॉड के हमलें से बुरी तरह घायल पड़ी फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग तड़प रही थी। तमाशबीन भीड़ इर्द गिर्द बगलें झांकती रही। दर्द से तड़पती बेज़ुबान के लिए जब भीड़ में कुछ लोगों का कलेजा पसीजा तो कई लोगों ने गूगल की मदद से पशुप्रेमियों को घटना की जानकारी देकर घायल की मदद किये जाने का अनुरोध किया। जिसके बाद एनिमल वेलफ़ेयर व एमआरएसपी सेवा समिति के आलमबाग आरडीएसओ निवासी प्रदीप कुमार पात्रा घटनास्थल पर अपनी कार लेकर मेडिकल किट के साथ पहुंचे। उन्होंने न केवल घायल पड़ी स्ट्रीट डॉग का प्राथमिकी तौर पर उपचार शुरू किया बल्कि उसे खाने के लिए डॉग फ़ूड भी दिया। लेकिन हमलें में बुरी तरह रीढ़ की हड्डी टूटी होने पर घायल फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग कुछ खा न सकी। कुछ देर के बाद प्रदीप अपने घर की ओर निकल गये।

बेज़ुबान की सुध में नींद तक नही आई…

स्वयंसेवी व बेजुबानों के लिए संघर्षरत एनिमल एक्टिविस्ट कामना पांडेय को मामलें की जानकारी होते ही उन्होंने घायल पड़ी फ़ीमेल स्ट्रीट डॉग को हॉस्पिटल में भर्ती कराने का निर्णय लिया। आधी रात होने के बावजूद कामना बेज़ुबान की मदद के लिए लगातार वह जद्दोजहद करती रही। उन्होंने गोमतीनगर स्थित जीव आश्रय के पशु चिकित्सक से मदद मांगी। देर रात होने के बावजूद डॉ सूर्या बेज़ुबान की मदद की ख़ातिर अपने को रोक नही पाये। वह तुरंत अपने घर से निकलकर हॉस्पिटल पहुंचे। बता दे कि, देर रात होने के चलते सवारी वाहन न होने पर उन्होंने ख़ुद चार पहिया वाहन का इंतजाम करवाया। जिसके बाद घटनास्थल पर पहले से मौजूद ज़िम्मेदारों की मदद से घायल स्ट्रीट डॉग को कार में रखकर उसे गोमतीनगर स्थित जीव आश्रय में भर्ती कराया गया। स्थानीय लोगों ने घायल बेज़ुबान को हॉस्पिटल में भर्ती कराने पर एनिमल एक्टिविस्ट कामना पांडेय उनकी सहयोगी सौम्या श्रीवास्तव और जीव आश्रय के डॉ सूर्या के कार्यो की सराहना की। आपको बता दे कि कामना पांडेय को बेज़ुबान पशुओं की मसीहा के रूप में देखा जाता है।

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