बड़ी चुनौतियों के बीच यूपीटीईटी परीक्षा, अबतक प्रश्नपत्र और एजेंसी का चयन नही

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पेपर लीक के बाद हुई कार्रवाई में परीक्षा संस्था के दो अहम अफ़सर बदल गए है। जबकि छपाई एजेंसी का अबतक चयन ही नही हुआ है। इसके अलावा अबतक नए प्रश्नपत्रों को बनाया भी नही गया। 20 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे हालांकि इतनी जल्दी मैनेजमेंट संभव ही नही है।


कंचन उजाला उत्तर प्रदेश। यूपी टीईटी परीक्षा की नई तिथि का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के सामने एक और बड़ी मुसीबत सामने आ गई है। उम्मीदवारों को डर सता रहा है कि 16 दिसंबर से शुरू होने वाली सीटीईटी परीक्षा के आस-पास ही कहीं टीईटी परीक्षा का आयोजन न हो जाए, जिससे उनकी परीक्षा की तैयारियों पर इसका प्रभाव पड़े। सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की राह देख रहे लाखों उम्मीदवारों ने प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा दोनों के फॉर्म भरे हैं। विभाग की ओर से जारी पहले शेड्यूल के यूपी टीईटी परीक्षा 28 नवंबर को होनी थी और सीटीईटी की परीक्षा 16 दिसंबर से 13 जनवरी के बीच आयोजित होनी थी, लेकिन बीते दिन प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। वहीं अब उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा बोर्ड (यूपीपीईबी) परीक्षा नई तिथियों की घोषणा जल्द ही करने जा रहा है। वहीं अब इन सबके बीच में उम्मीदवारों को टेंशन है कि दोनों ही महत्वपूर्ण परीक्षाएं आस-पास ही न हों, जिससे उनकी तैयारियां प्रभावित हो।

एक माह के अंदर परीक्षा कराने का निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीटीईटी की रद्द परीक्षा एक माह के अंदर कराने का ऐलान किया है, ये अवधि 28 दिसंबर को पूरी हो रही है। पेपर लीक मामले में जिस तरह से परीक्षा संस्था के सचिव व प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई है उससे इम्तिहान एक माह में करा पाना अब बड़ी चुनौती है। बदली परिस्थिति में नए सिरे से प्रश्नपत्र ही नहीं, प्रश्नपत्र छापने की नई एजेंसी का भी चयन होगा। दोनों अहम अफसर भी बदले जा चुके हैं, ऐसे में परीक्षा की नई तारीख 10 जनवरी के आसपास हो सकती है। यह जरूर है कि परीक्षा तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा।

आइये जानिए क्या था मामला

यूपीटीईटी 28 नवंबर को प्रस्तावित रही है, परीक्षा के एक दिन पहले ही प्रश्नपत्र लीक हुआ, सरकार ने पहली पाली की परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही दोनों पालियों का इम्तिहान रद्द कर दिया था। इस मामले में स्पेशल टास्क फोर्स ने साल्वर गिरोह के करीब तीन दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से प्रश्नपत्र व साल्व पेपर आदि बरामद किया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय को निलंबित किया जा चुका है और पेपर लीक में संलिप्तता मिलने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

अबतक एजेंसी तय हुई ही नही

सरकार ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव के लिए अनिल भूषण चतुर्वेदी व परीक्षा नियंत्रक मनोज कुमार अहिरवार को भेजा है। अब वे नए सिरे से प्रश्नपत्र तैयार कराएंगे, साथ ही प्रश्नपत्र छापने के लिए नई एजेंसी का चयन करेंगे। इसके अलावा परीक्षा केंद्र निर्धारण व अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इन कार्यों में समय लगना तय है। ज्ञात हो कि परीक्षा में 21.65 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। यह सब होने में अब परीक्षा 10 जनवरी के आसपास कराने की तैयारी है। इतना ही नहीं केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटीईटी भी 16 दिसंबर से शुरू हो रही हे, जो 15 जनवरी तक चलनी है। इस वजह से भी यूपीटीईटी की तारीख आगे बढ़ाना विभाग की मजबूरी होगी। नई तारीख का ऐलान इसी पखवारे होने की पूरी उम्मीद है। बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने बताया कि यूपीटीईटी की परीक्षा के लिए विभाग तेजी से जुटा है। परीक्षा संस्था के दो अहम अफसर बदल गए हैं इसलिए तैयारियां पूरा करने में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा की नई तारीख जनवरी में संभावित है।

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