लखनऊ: मुख्तार अंसारी के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, एलडीए ने लखनऊ में ढहाए दो अवैध निर्माण

एलडीए, प्रशासन और पुलिस टीम ने गुरुवार तड़के लखनऊ में मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे वाली दो इमारतों को खाली कराया और ध्वस्त कर दिया। ये इमारतें मुख्तार के बेटों के नाम दर्ज थी। इस सम्बंध में प्रशासन की ओर से आरोपियों के ख़िलाफ़ एफआईआर भी दर्ज़ की गई।

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लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। डालीबाग में लगभग दस हजार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बनी दो बिल्डिंग को जमीदोज कर दिया। यह बिल्डिंग शत्रु सम्पत्ति पर बनी थी जो मुख्तार ने फर्जी तरीके से अपनी मां के नाम करा ली थी। बाद में, उसने अपने दो पुत्रों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के नाम करा दिया था। दोनों बिल्डंग बिना नक्शा के अवैध तरीके से बनाई गई थी। दोनों बिल्डिंग को गिराने के लिए एलडीए की विहित प्राधिकारी ऋतु सुहास ने 11 अगस्त को ढहाने का आदेश दिया था। आदेश के अनुपालन में गुरुवार को सुबह लगभग छह बजे प्रशासन व पुलिस बल के साथ एलडीए के अधिकारी 20 से ज्यादा बुलडोजर लेकर सुबह लगभग छह बजे ही मौके पर पहुंच गए। यहां एक बिल्डंग में ताला बंद था। जबकि दूसरे में एक परिवार रह रहा था। उनको तत्काल घर खाली करने का फरमान सुनाया। एलडीए के कर्मचारियों ने झटपट तरीके से बिल्डंग से सामान बाहर किया। दूसरी बिल्डिंग का प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में ताड़ा तोड़ दिया गया।

भरभराकर गिरी बिल्डिंग

कार्रवाई की भनक लगते ही वहां कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। एलडीए व प्रशासनिक अधिकारियों से झड़प शुरू होने लगी। लेकिन बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया। बुलडोजर से बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई। कुछ ही देर में तीन मंजिला बिडिंग भरभराकर जमीदोज हो गई। कार्रवाई के बाद एलडीए व प्रशासन के अधिकारी वापस चले गए। एहतियात के तौर पर वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

गुपचुप बनी योजना

बिल्डिंग को गराने की तैयारी इतनी गुपचुप तरीके से की गई कि किसी को भनक तक नहीं लगने पाई। बुधवार की रात में ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। एलडीए, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को सुबह ही कार्रवाई करने का फरमान जारी कर दिया गया था। अधिकारियों का डर था कि कार्रवाई की भनक लगी तो वहां बड़े स्तर पर विरोध हो सकता है।

क्या है निष्क्रांत संपत्ति

आजादी के बाद जो लोग देश छोड़कर चले गए उनकी संपत्तियों को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया। इन संपत्तियों को दो श्रेणियों में रखा गया। एक को शत्रु संपत्ति और दूसरी निष्क्रांत संपत्ति। मार्च 1954 से पहले गए लोगों की संपत्तियों को शत्रु और इस तारीख के बाद जाने वालों की संपत्तियों को निष्क्रांत संपत्ति माना गया। मऊ सदर सीट से विधायक मुख्तार ने जिस जमीन पर भवन खड़ा कर रखा था, वह निष्क्रांत संपत्ति थी।

अवैध निर्माण तोड़ती जेसीबी

20 जेसीबी मशीनों ने गिराई इमारत

इस इमारत को कुल 8000 स्क्वॉयर फीट जमीन पर बनवाया गया था। पूर्व में इस इमारत को लेकर मुख्तार अंसारी के परिवार से जवाब भी मांगा गया था। गुरुवार को इस इमारत को गिराने के लिए विभिन्न थानों की फोर्स मौके पर पहुंची थी। इसके साथ ही 20 से अधिक जेसीबी मशीनों को भी यहां पर लगाया गया था। इस कार्रवाई के दौरान अब्बास और उमर के कब्जे वाली दो मंजिला इमारत को जमींदोज कर दिया गया। इसके बाद इन दोनों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई।

एफआईआर दर्ज़

लखनऊ के जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है। सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जे के आरोप में मुख्तार अंसारी और उनके बेटों उमर अंसारी एवं अब्बास अंसारी पर शत्रु विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। थाना हजरतगंज में ये शिकायत जियामऊ इलाके के प्रभारी लेखपाल सुरजन लाल की ओर से कराई गई है। आपको बता दे कि, ये एफआईआर सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण समेत अन्य मामलों के परिपेक्ष्य में दर्ज की गई है। एफआईआर में आईपीसी की धारा 120बी, 420, 467, 468, 471 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 के तहत केस दर्ज कराए गए हैं। एफआईआर में मु्ख्तार अंसारी और उनके बेटों के नाम हैं। इन सभी पर निष्करांत संपत्ति पर अवैध तरीके से कब्जा करने और इसपर नियम विरुद्ध निर्माण कराने समेत अन्य आरोप हैं। इसके अलावा इनपर फर्जी कागजों को तैयार कराने और धोखाधड़ी के चार्ज भी लगाए गए हैं।

ताला तोड़कर निकाला गया सामान

विधायक मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे को खाली कराने के लिए गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की टीम डालीबाग स्थित अवैध कब्जे पर भारी पुलिस बल और जेसीबी के साथ पहुंची। इस दौरान गेट का ताला तोड़कर वहां बने निर्माण से सामान निकाल कर पुलिस ने कार्रवाई की।

मुख्तार गैंग के खिलाफ कार्रवाई जारी

उधर मुख्तार गैंग के सदस्यों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस गैंग के सदस्यों के शस्त्र लाइंसेस रद्द कर रही है। पूर्वांचल ही नहीं बल्कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक मुख्तार से जुड़े लोगों पर पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। यूपी की मऊ पुलिस ने अब मुख्तार के करीबी 12 अपराधियों को जिला बदर किया है।

शस्त्र लाइसेंस रद्द कराए 

इन अपराधियों में मुख्तार का शार्प शूटर अनुज कनौजिया,सभासद अल्तमश,अनीश, मोहर सिंह, जुल्फिकर कुरैशी, तारिक, मोहम्मद सलमान, आमिर हमजा, मोहम्मद तलहा, जावेद आरजू, मोहम्मद हाशिम और राशिद शामिल हैं। मऊ के एसपी ने बताया कि अगले 6 महीनों के लिए इन्हें जिला बदर किया गया है। मऊ एसपी ने बताया कि इन सभी अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस भी रद्द किए गए हैं और अन्य कार्रवाई भी की जा रही है।

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