मुंबई की युवती का था सूटकेस में फेंका शव, पति ने की थी बेरहमी से हत्या, दबोचा गया

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बाराबंकी। मुंबई की युवती मालन बादशाह शेख उर्फ आयशा की हत्या इंदिरानगर के फरीदीनगर में पांच जुलाई को की गई थी। उसका शव सूटकेस में सात जुलाई को बाराबंकी के सफेदाबाद में मिला था। बाराबंकी नगर कोतवाली की पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो कई सुराग हाथ लगे। पुलिस ने इस मामले में आयशा के पति समीर खान को गिरफ्तार किया। समीर ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उसने बताया कि पांच जुलाई को विवाद के बाद उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद शव के टुकड़े कर सूटकेस में रखकर रात में सफेदाबाद में फेंक दिया था।

पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू व अन्य सामान बरामद कर लिया है। बाराबंकी एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने रविवार को वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम दिया है। एसपी के मुताबिक, सात जुलाई को एक युवती का शव कई टुकड़ों में सूटकेस व पॉलीथिन में पैक शहर से लगे हाईवे किनारे सफेदाबाद में बरामद हुआ था।

छानबीन में सूटकेस में जनेश्वर मिश्र पार्क के तीन टिकट और बिजली के पुराने बिल मिले। पार्क से पता चला कि टिकट 24 या 25 दिसंबर को खरीदे गए, लेकिन उस समय का सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाया। जर्जर हालत में मिले बिजली बिल से मीटर का अधूरा नंबर पता चला।

पांचवीं तक पढ़े समीर ने बीकॉम पास युवती से की थी लव मैरिज

बिल के आधार पर पता चला कि वह पता रिजवाना, चेतन बिहार कॉलोनी, ग्राम खरगापुर फरीदीनगर थाना इन्दिरानगर, लखनऊ के बिजली कनेक्शन का है। पुलिस चेतन बिहार पहुंची तो मालूम हुआ कि मकान को किसी व्यक्ति ने डेढ़ वर्ष पूर्व खरीद लिया है। स्थानीय लोगों व मकान की पूर्व मालिक रिजवाना के बारे में छानबीन के दौरान पुलिस को समीर खान के बारे में जानकारी हुई जो वहां किराए पर  रहता था।

प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह के मुताबिक, पूछताछ में समीर ने बताया कि वह बचपन से लखनऊ में रहता था। इंदिरानगर के एक स्कूल से कक्षा पांच तक पढ़ाई की। वर्ष 2005 में मुम्बई चला गया और बान्द्रा की एक चिकन शॉप में काम करने लगा। इस दौरान पैसा एकत्र कर एक कार खरीदी।

2015 में मुलाकात आयशा निवासी अंबेडकरनगर टाटा वसहत मार्ग भारतनगर, मुंबई से हुई। प्रेम-प्रसंग के बाद नवंबर 2017 में समीर और मालन ने कोर्ट मैरिज कर ली। मालन बाम्बे यूनिवर्सिटी से बीकाम व डीबीए कर चुकी थी। वह बांबे एयरपोर्ट के एक स्टोर में काम करती थी।

 

सफेदाबाद में मिली लोेकेशन

प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली पंकज सिंह के मुताबिक, समीर के मोबाइल की लोकेशन पांच जुलाई की रात सफेदाबाद के पास मिली जहां शव के टुकड़े बरामद हुए थे। उसके मोबाइल की लोकेशन बलरामपुर तक पाई गई। उसके बाद फोन बंद हो गया। पुलिस ने शनिवार रात इंदिरानगर में मुंशीपुलिया के पास से समीर पुत्र अब्दुल तव्वाब निवासी गुलरिहा थाना महराजगंज, बलरामपुर व हाल पता-सेक्टर 14 पावर हाउस के पीछे चेतना विहार मकान, थाना इन्दिरानगर, लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल औजार, कार, मृतका का मोबाइल, लखनऊ स्थित मकान से बरामद किए।

लखनऊ में ही किए थे पत्नी के टुकड़े
पुलिस के मुताबिक, लॉकडाउन में मुंबई में धंधा ठप होने पर समीर अकेले अपने गांव बलरामपुर आ गया। पत्नी आयशा लखनऊ आना चाहती थी। समीर ने पुलिस को बताया कि वह जब भी पत्नी को फोन मिलाता तो उसका फोन व्यस्त रहता। इस पर समीर को उसके चरित्र पर शक होने लगा। उसने 25 जून को लखनऊ बुलाया और इंदिरानगर स्थित आवास पर ले गया। वह पति समीर से पैतृक गांव ले चलने की जिद करने लगी। समीर ने घरवालों को शादी के बारे में नहीं बताया था। पांच जुलाई को झगड़े के दौरान समीर ने आयशा के सिर पर लोहे के रॉड से हमला कर दिया। वह बेहोश हो गई और खून निकलने लगा। उसके बाद समीर ने मीट काटने वाले चाकू से पत्नी के हाथ, पैर और सिर काटकर अलग-अलग टुकड़े कर दिए थे।

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