ईरान और चीन के बीच 400 अरब डॉलर की मेगाडील, भारत की बढ़ेगी टेंशन

लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.

लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.

लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.

लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.

लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.

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