लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.
लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.
लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.
लद्दाख से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन अपनी आक्रामक विस्तारवादी नीति को लेकर कई देशों की आलोचना झेल रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग पड़ रहे चीन ने अब मध्य-पूर्व में ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच काफी समानताएं हैं और उनके हित भी एक-दूसरे के पूरक हैं.