विशेष संवाददाता
लखनऊ। संवाददाता
लखनऊ विकास प्राधिकरण में विगत कई माह पूर्व नियुक्त हुये उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के क्रियाकलापों से शहर में अवैध निर्माण में बंपर बाढ़ आ गयी है और उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण कान में तेल डाले बैठे है। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार भ्रष्ट एल.डी.ए.कर्मियों को पूरा संरक्षण प्रदान कर रहे है और उसका परिणाम है कि एल.डी.ए.सुपरवाइजर से अवर अभियन्ता, सहायक अभियन्ता व जोनल अधिकारी सभी भ्रष्टाचारियों के अकण्ट में डूबे हुये है और एल.डी.ए. वी.सी.प्रथमेश कुमार भ्रष्ट कर्मियों पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है। उन्होने नियुक्ति से लेकर आज तक किसी भी जोनल क्षेत्रों में कोई दौरा ब्यौरा नहीं किया होगा। जिसका परिणाम है कि लखनऊ शहर में अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि जोन-1 के गोमती नगर क्षेत्र जो शहर का सबसे पाश इलाकों में आता है वहां अवैध निर्माणों में बम्पर बाढ़ आई हुई है और सभी भ्रष्ट कर्मियों की मिली भगत से निर्वाध रूप से अवैध निर्माण फलीभूत हो रहे है और भ्रष्ट कर्मियों द्वारा बदस्तूर अवैध निर्माणों से अवैध वसूली जारी है। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि जोनल अधिकारी-1 देवांश त्रिवेदी एक ईमानदारी अधिकारी है, लेकिन इनका भ्रष्ट स्टेनों प्रतीक सोनकर सुपर वाइजर व अवर अभियन्ताओं से मिलकर बहुत सी शिकायतों को जोनल अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत नहीं होने देता। भ्रष्ट स्टेनों प्रतीक सोनकर शिकायत कर्ता की शिकायतों को भ्रष्ट अभियन्ताओं को सूचित करता है, जिससे भ्रष्ट अभियन्ता एवं सुपरवाइजर शिकायत कर्ता पर अनावश्यक दबाव डालते है और सम्बन्धी पक्ष को भी बताने का काम करते है. जिससे रंजिशे बढ़ रहीं है। ऐसे भ्रष्ट स्टैनो प्रतीक सोनकर को तत्काल निलम्बित किया जाना चाहिए और उसके खिलाफ विभागीय जाँच की जानी चाहिए। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि एल.डी.ए. उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार की नियुक्ति के बाद से लखनऊ के सभी जोनल क्षेत्रों में अवैध निर्माणों की बाढ़ तो आई है और मुख्यमंत्री के शिकायती पोर्टल आई.जी.आर.एस. पर की जाने वाली शिकायतों का भी निस्तारण भ्रष्ट एल.डी.ए.कर्मी/जोनल अधिकारी नहीं कर रहे है। बताया जाता है कि सभी जोनल क्षेत्रों में यदि विधिवत् मुआयना किया जाये तो अधिकांश क्षेत्रों में आवासीय नक्शे के विपरीत कर्मिशियल निर्माण तथा तय स्वीकृत मानचित्रों के विपरीत कई मंजिला अवैध निर्माण भी निर्वाद रूप से जारी है। इसके अतिरिक्त शहर के जिन क्षेत्रों में नक्शा स्वीकृत नहीं हो सकता है, वहां भी अवैध वसूली करके लाखो-लाखों की अवैध वसूली करके अवैध रो-हाउस व अवैध निर्माण अभियन्ताओं व जोनल अधिकारियों की मदद से जारी है। ईमानदारी का चोला पहने एल.डी.ए.उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार भ्रष्ट एल.डी.ए.कर्मियों को पूरा संरक्षण दे रहे है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि परोक्ष रूप से उनका समर्थन ऐसे भ्रष्ट कर्मियों को प्राप्त है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरों टॉलरेंस की नीति को भी एलडीए.वी.सी.प्रथमेश कुमार ठेगा दिखाने का काम कर रहे है।