कंचन उजाला समाचार
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है और इसी क्रम में प्रथम चरण का चुनाव गत 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर सम्पन्न हो गया। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया है, इसके लिये वह पूरे देश में धुँआधार रैलियाँ कर रहे हैं और विगत 10 वर्षों के दौरान उनकी सरकार द्वारा किये गये कार्यों को भी जनमानस के समक्ष पुरजोर तरीके से रखते हैं। उनके उद्बोधन में भ्रष्टाचारियों के प्रति भी कड़ा सन्देश रहता है कि भ्रष्टाचारी कितना भी बड़ा हो उस पर एक्शन सुनिश्चित है। उनके साथ ही साथ गृह मंत्री अमित शाह भी रैलियों में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पार्टी भी कमान सम्भालने के साथ ही साथ धुँआधार रैली कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भाजपा की रैलियों में धुँआधार प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और लोकसभा की 80 सीटे यहां से आती हैं। जिसको जिताने की कमान योगी आदित्यनाथ ने सम्भाल रखी है और उत्तर प्रदेश में उन्होंने सुशासन के साथ भयमुक्त शासन का राज कायम किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभी योजनाओं का क्रियान्वित कर जनता को उसका सीधा लाभ पहुँचाया है। भ्रष्टाचार के प्रति योगी की जीरो टॉलरेन्स की नीति भी रहती है उस पर कार्यवाही भी सुनिश्चित रहती है। लोकसभा चुनाव के साथ ही साथ निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा में विधायक के निधन से रिक्त सीट पर भी विधानसभा उप चुनाव कराने का निर्णय लिया है। लखनऊ में पूर्वी विधायक रहे स्व.आशुतोष टण्डन के निधन से रिक्त हुई सीट पर भी 20 मई 2024 को लोकसभा चुनाव के साथ वोट डाले जायेंगे। भाजपा सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्व. आशुतोष टण्डन के कनिष्ठ भ्राता अमित टण्डन को विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा का टिकट दिलाना चाहते थे क्योंकि स्व.लालजी टण्डन का उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाजपा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा बहन मायावती की बसपा के साथ उनके अथक प्रयास से ही उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। स्व.लालजी टण्डन 2009 से 2014 तक लखनऊ लोकसभा से लोकप्रिय सांसद भी रहे। उनके कार्यकाल में लखनऊ की जनता ने विकास के नये आयाम देखे। उनके लखनऊ के विकास के योगदान को जनता कभी नहीं भूल सकती है। वहीं पूर्वी से विधायक रहे उनके सुपुत्र स्व.आशुतोष टण्डन सन् 2014 में पूर्व विधानसभा के उपचुनाव में विजयी रहे इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में भी वह विजयी रहे और कैबिनेट मंत्री मी बने और 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पूर्वी विधानसभा से विजयश्री हासिल की। स्व.आशुतोष टण्डन की कोई भी सन्तान राजनीति में सक्रिय नहीं थी इसलिए उनके कनिष्ठ भ्राता अमित टण्डन को विधानसभा उपचुनाव के टिकट के साथ स्व.लालजी टण्डन के परिवार की विरासत मिलने की उम्मीद जताई जा रहीं थीं। स्व. लालजी टण्डन के निधन के पश्चात् पुराने लखनऊ की सुधि लेने वाला कोई नहीं रहा। भाजपा सूत्रों के अनुसार वर्तमान सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह टण्डन परिवार से पुरानी अदावत के कारण पुराने लखनऊ का न ही दौरा करते हैं और न ही सुधि लेते हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार पूर्वी विधानसमा के होने वाले उपचुनाव के लिये भाजपा ने इस बार सपा सरकार में पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खां व माफिया डॉन मुख्तार अन्सारी के अभिन्न सहयोगी ओम प्रकाश श्रीवास्तव को भाजपा का टिकट दिया है जिससे भाजपा महानगर का कार्यकर्ता व पूर्वी विधानसभा का छोटे से बड़ा कार्यकर्ता आक्रोशित व उद्वेलित है। भाजपा सूत्रों के अनुसार ओ. पी.श्रीवास्तव माफिया डॉन मुख्तार अन्सारी की विधायक निधि के ठेके उत्तर प्रदेश जल निगम की कार्यदायी संस्था सी.एण्ड डी.एस. के माध्यम से लेता था और दबंगई के बल पर उन ठेकों को लेता था और आधा-अध् पूरा कार्य कराकर पूरा भुगतान प्राप्त कर लेता था। माफिया डॉन मुख्तार अन्सारी से सांठ-गांठ होने के कारण तथा आजम खां का वरहद हस्त होने के कारण ओ.पी. श्रीवास्तव ने अकूत धन अवैध तरीके से अर्जित किया जिसकी निष्पक्ष जांच करा ली जाय तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। 2017 में अखिलेश यादव की सरकार जाने के बाद ओ.पी. श्रीवास्तव ने लखनऊ भाजपा सांसद राज